Indian Railways New Rules: 1 अगस्त से रेल टिकट बुकिंग की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया गया है। अब टिकट बुक करते समय यात्री को अपनी फोटो आईडी, मोबाइल नंबर और यात्रा उद्देश्य को अनिवार्य रूप से दर्ज करना होगा। इससे फर्जी बुकिंग पर रोक लगेगी और असली यात्रियों को प्राथमिकता मिलेगी। इसके अलावा एक व्यक्ति महीने में अधिकतम 12 टिकट ही बुक कर पाएगा यदि उसका आधार लिंक नहीं है। आधार लिंक करने पर सीमा 24 टिकट तक बढ़ जाएगी। यह कदम रेलवे के डिजिटल प्लेटफॉर्म को और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक अहम पहल है।
प्लेटफॉर्म टिकट की नई दरें
रेलवे ने प्लेटफॉर्म टिकट की दरों में परिवर्तन किया है। नए नियमों के अनुसार, व्यस्त समय और त्योहारी सीजन में प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत ₹50 तक हो सकती है जबकि सामान्य दिनों में यह ₹10 से ₹20 तक ही रहेगी। यह बदलाव भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के उद्देश्य से किया गया है। यात्रियों और उनके परिजनों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा से पहले स्टेशन की वेबसाइट या बोर्ड से कीमत की पुष्टि कर लें। इससे भीड़भाड़ से बचा जा सकेगा और आपात स्थितियों में प्लेटफॉर्म पर अनावश्यक भीड़ नहीं रहेगी।
ट्रेन लेट होने पर नियम
अगर ट्रेन अपनी निर्धारित समय से तीन घंटे या उससे अधिक लेट होती है और यात्री यात्रा नहीं करना चाहता, तो अब वह टिकट रद्द कर पूरा रिफंड ले सकता है। यह नियम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों टिकटों पर लागू होगा। रेलवे ने यह कदम यात्रियों की सुविधा और पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए उठाया है। इससे अब यात्रियों को देरी की स्थिति में किसी प्रकार की वित्तीय हानि नहीं होगी। साथ ही ऑनलाइन प्रक्रिया को और आसान बनाने के लिए IRCTC ने रिफंड प्रक्रिया को स्वचालित कर दिया है।
खाना और पानी की सुविधा
अब सभी लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों को बेहतर गुणवत्ता वाला खाना और पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने आदेश जारी किया है कि ठेकेदारों को खाना समय पर और स्वच्छ अवस्था में देना होगा। यात्रियों की सुविधा के लिए हर कोच में एक बायो-टॉयलेट और वाटर फिल्टर की व्यवस्था भी की जा रही है। अगर कोई यात्री खराब भोजन या गंदा पानी पाता है तो वह तुरंत रेलवे हेल्पलाइन या ऐप पर शिकायत दर्ज करा सकता है। इससे यात्रा का अनुभव और अधिक सुखद बनेगा।
जनरल डिब्बों में आरक्षण
अब कई ट्रेनों के सामान्य श्रेणी के डिब्बों में भी आरक्षण अनिवार्य कर दिया गया है। इससे अनावश्यक भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा और यात्रियों को सीट सुनिश्चित मिलेगी। खासकर दूर-दराज के क्षेत्रों में चलने वाली ट्रेनों में यह नियम प्रभावी रहेगा। इससे पहले जनरल टिकट पर सफर करने वाले यात्रियों को सीट नहीं मिलती थी और उन्हें खड़े होकर यात्रा करनी पड़ती थी। यह नया नियम यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए एक स्वागत योग्य कदम है।
वरिष्ठ नागरिकों को सुविधा
रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए आठ नई सुविधाओं की घोषणा की है। इनमें स्वचालित व्हीलचेयर सेवा, प्लेटफॉर्म पर एस्केलेटर की सुविधा, आरक्षित कोच में सीट प्राथमिकता, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट की संख्या में बढ़ोतरी, मुफ्त पानी की बोतल, प्राथमिक चिकित्सा किट, बायो-टॉयलेट और आरक्षण के समय विशेष सहायता शामिल है। इससे वरिष्ठ नागरिकों को न केवल अधिक सुविधा मिलेगी बल्कि उनकी यात्रा भी अधिक सुरक्षित और आरामदायक होगी। यह नियम देशभर के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर लागू किया जाएगा।
विकलांगों के लिए मदद
विकलांग यात्रियों के लिए रेलवे ने विशेष सहायता की व्यवस्था की है। अब ट्रेनों में व्हीलचेयर, रैंप और विशेष शौचालय की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही रेलवे स्टेशन पर एक समर्पित हेल्पडेस्क और विशेष वेटिंग रूम की व्यवस्था की गई है। टिकट बुकिंग के दौरान विकलांग यात्रियों को प्राथमिकता दी जाएगी और उन्हें सहायक के साथ यात्रा की अनुमति भी दी जाएगी। यह कदम उन्हें आत्मनिर्भर बनाने और बिना किसी बाधा के यात्रा करने में मदद करेगा।
महिला यात्रियों के लिए राहत
रेलवे ने महिला यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए भी कई नए प्रावधान किए हैं। अब हर ट्रेन में महिला यात्रियों के लिए आरक्षित कोच के साथ एक महिला सुरक्षाकर्मी तैनात की जाएगी। इसके अलावा देर रात यात्रा करने वाली महिलाओं को रेलवे सुरक्षा बल द्वारा स्टेशन तक सुरक्षित पहुंचाया जाएगा। टिकट बुकिंग पर महिला यात्रियों को विशेष छूट और अलग वेटिंग एरिया की भी सुविधा दी जाएगी। यह कदम महिला सशक्तिकरण और सुरक्षित यात्रा को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
अस्वीकृति
इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और रेलवे के आधिकारिक घोषणाओं पर आधारित है। नियमों में समय-समय पर बदलाव संभव है, इसलिए यात्रियों को सलाह दी जाती है कि यात्रा से पहले भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी स्टेशन से अद्यतन जानकारी प्राप्त करें। लेख में दी गई सूचनाएं केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से हैं और इसे किसी प्रकार की कानूनी सलाह न माना जाए। लेखक या प्रकाशक किसी भी नुकसान या गलतफहमी के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यात्रियों को व्यक्तिगत विवेक और अधिकृत स्रोतों से मिली जानकारी के आधार पर ही कोई निर्णय लेना चाहिए।