RBI 500 Rupees Note Guideline: भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई ने ₹500 के नोट को लेकर नई गाइडलाइन जारी कर दी है, जिससे आम लोगों के बीच चिंता का माहौल बन गया है। इस गाइडलाइन के तहत बैंकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे हर ₹500 के नोट की सावधानीपूर्वक जांच करें। यह कदम नकली नोटों की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए उठाया गया है। आरबीआई चाहता है कि नकली करेंसी पर पूरी तरह से लगाम लगाई जाए और इसके लिए सबसे पहले ₹500 के नोटों की स्कैनिंग और वेरिफिकेशन को अनिवार्य बनाया गया है। अब बैंक किसी भी संदिग्ध नोट को तुरंत जब्त कर सकते हैं और ग्राहक से पहचान पत्र की मांग भी कर सकते हैं।
नकली नोटों पर सख्ती
पिछले कुछ महीनों में नकली ₹500 के नोटों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है, जिससे आरबीआई की चिंता बढ़ गई थी। नकली नोट न केवल अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि आम जनता के लिए भी बड़ा संकट बनते हैं। इसी को देखते हुए अब बैंक हर ₹500 के नोट को मशीन से जांचेंगे और संदिग्ध पाए जाने पर उसे तुरंत रिपोर्ट करेंगे। अब यदि कोई व्यक्ति बड़ी संख्या में ₹500 के नोट जमा करता है तो बैंक उससे पूछताछ भी कर सकता है। इससे नकली नोटों की पहचान आसान होगी और बाजार में केवल असली मुद्रा ही चलन में रहेगी।
पुराने नोटों की स्थिति
जो लोग अभी भी पुराने और घिसे-पिटे ₹500 के नोट इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें अब सतर्क हो जाना चाहिए। आरबीआई की गाइडलाइन के अनुसार, ऐसे नोट बैंक में जमा करने या एक्सचेंज कराने से पहले मशीन से चेक किए जाएंगे। यदि कोई नोट फटा हुआ, गंदा या संदिग्ध पाया गया तो बैंक उसे वापस कर सकते हैं। ग्राहक को ऐसे मामलों में अपनी पहचान भी देनी होगी। आरबीआई ने सभी बैंकों को निर्देश दिए हैं कि वे पुराने नोटों को जांचने के लिए विशेष व्यवस्था करें और ग्राहकों को पूरी पारदर्शिता के साथ सेवा प्रदान करें।
बैंकिंग नियमों में बदलाव
₹500 के नोटों को लेकर बैंकिंग प्रक्रिया में भी बदलाव किए गए हैं। अब यदि कोई ग्राहक बैंक में नकद जमा करने आता है तो उसके नोट विशेष रूप से स्कैन किए जाएंगे। ₹500 के नोटों की अधिक मात्रा में लेनदेन करने वालों को अतिरिक्त दस्तावेज दिखाने होंगे और ट्रांजेक्शन का पूरा विवरण देना होगा। यह सब आरबीआई द्वारा नकली नोटों को रोकने की दिशा में किया जा रहा है। बैंक अब हाई वैल्यू कैश लेनदेन को लेकर सतर्क रहेंगे और हर नोट की जांच मशीन से की जाएगी जिससे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो।
लोगों में फैली अफवाहें
आरबीआई की गाइडलाइन आने के बाद कई तरह की अफवाहें सोशल मीडिया पर फैल रही हैं, जिनमें कहा जा रहा है कि ₹500 का नोट बंद हो सकता है या अमान्य घोषित किया जा सकता है। लेकिन अभी तक आरबीआई की ओर से ऐसा कोई बयान नहीं आया है। केवल नोटों की जांच को लेकर सख्ती की जा रही है। आम जनता को सलाह दी जा रही है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट या बैंकों से प्राप्त जानकारी को ही सही मानें। गलत जानकारी फैलाने वालों पर भी अब सख्त कार्रवाई हो सकती है।
पहचान के फीचर जानें
आरबीआई ने आम लोगों को ₹500 के असली और नकली नोटों में फर्क समझाने के लिए कुछ जरूरी पहचान चिन्ह बताए हैं। असली ₹500 के नोट में गांधीजी की तस्वीर साफ और केंद्रित होती है, साथ ही सिक्योरिटी थ्रेड, वाटरमार्क और माइक्रो टेक्स्ट भी होता है। लाइट में देखने पर 500 लिखा हुआ दिखाई देता है और कलर शेड भी स्पष्ट रूप से नज़र आते हैं। यदि इनमें से कोई फीचर गायब है या हल्का दिखाई देता है तो वह नोट नकली हो सकता है। ग्राहक इन बातों को ध्यान में रखें और हर लेनदेन में सतर्क रहें।
संदेहास्पद नोटों का समाधान
अगर किसी व्यक्ति के पास कोई संदिग्ध ₹500 का नोट है तो वह उसे नजदीकी बैंक शाखा में जाकर जांच करवा सकता है। बैंक अब हर नोट को मशीन से स्कैन करेंगे और यदि नोट असली पाया गया तो उसे वापस कर दिया जाएगा या बदला जा सकेगा। लेकिन यदि नोट नकली पाया गया तो बैंक उसे जब्त कर सकते हैं और उस ग्राहक से पूछताछ भी कर सकते हैं। ऐसे में ग्राहक को चाहिए कि वह अपने पास रखे सभी नोटों की जांच खुद भी करें और किसी भी संदिग्ध स्थिति में बैंक से संपर्क करें।
अस्वीकृती
यह लेख आरबीआई द्वारा ₹500 के नोट को लेकर जारी की गई हालिया गाइडलाइन और इससे संबंधित जानकारी पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारियाँ विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स, बैंकिंग सूत्रों और विशेषज्ञों की राय के आधार पर तैयार की गई हैं। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी वित्तीय निर्णय या नोट से जुड़ी समस्या के लिए संबंधित बैंक की शाखा या आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट से पुष्टि अवश्य करें। यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जन जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है, कृपया किसी भी प्रकार की अफवाह से बचें और केवल प्रमाणिक स्रोतों पर भरोसा करें।