RBI Loan News: भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में एक नया नियम लागू किया है जिससे कर्ज लेने वालों को बड़ी राहत मिल सकती है। अब बैंक और लोन देने वाली कंपनियों को हर 15 दिन में ग्राहक की क्रेडिट जानकारी CIBIL और अन्य एजेंसियों को भेजनी होगी। पहले यह प्रक्रिया महीने में एक बार होती थी लेकिन अब इसमें तेजी लाई गई है ताकि जिन लोगों ने समय पर लोन चुकाया है उनका CIBIL स्कोर जल्दी अपडेट हो सके। इस कदम से लाखों लोगों को फायदा मिलेगा क्योंकि कई बार स्कोर अपडेट में देरी के कारण उनका लोन रिजेक्ट हो जाता था। RBI का ये फैसला खासतौर पर मिडिल क्लास और कामकाजी वर्ग के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
खराब स्कोर पर राहत
इस नए नियम का एक बड़ा फायदा ये होगा कि जिन लोगों का CIBIL स्कोर खराब है लेकिन वे पिछले कुछ महीनों से समय पर भुगतान कर रहे हैं उन्हें भी जल्द स्कोर सुधार का लाभ मिल सकता है। पहले की तरह लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा क्योंकि हर 15 दिन में क्रेडिट रिपोर्ट अपडेट होने से स्कोर में सुधार जल्दी नजर आएगा। हालांकि यह कहना कि खराब स्कोर पर भी अब 10 लाख तक का लोन मिलेगा, यह पूरी तरह से सही नहीं है। RBI ने ऐसा कोई सीधा नियम नहीं बनाया है लेकिन स्कोर सुधार के चलते भविष्य में लोन मिलने की संभावना बढ़ सकती है।
CIBIL स्कोर का महत्व
भारत में लोन पास होने के लिए CIBIL स्कोर बेहद अहम होता है। यह स्कोर आपकी पुरानी लोन चुकाने की आदतों पर आधारित होता है। अगर आपने समय पर क्रेडिट कार्ड या लोन का भुगतान नहीं किया है तो आपका स्कोर खराब हो सकता है और बैंक आपका नया लोन रिजेक्ट कर सकते हैं। नए RBI नियम से ये स्कोर जल्दी अपडेट होंगे जिससे अगर आपने हाल ही में अपनी फाइनेंशियल स्थिति सुधारी है तो उसका असर रिपोर्ट पर जल्द दिखेगा। इस बदलाव से स्कोर बढ़ेगा और आपको लोन मिल पाने की संभावना भी बेहतर होगी।
10 लाख लोन का दावा
कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि अब खराब CIBIL स्कोर पर भी 10 लाख रुपये तक का लोन आसानी से मिल जाएगा। लेकिन सच्चाई यह है कि RBI ने ऐसा कोई नियम जारी नहीं किया है। यह सिर्फ एक अफवाह या कुछ कंपनियों की मार्केटिंग ट्रिक हो सकती है। RBI ने केवल क्रेडिट रिपोर्टिंग को तेज करने का नियम लागू किया है जिससे आपके स्कोर में जल्दी सुधार हो सके। लोन की राशि और अप्रूवल पूरी तरह आपकी फाइनेंशियल स्थिति, पेमेंट हिस्ट्री और बैंक की पॉलिसी पर निर्भर करता है।
लोन प्रोसेस में बदलाव
नए नियम से लोन का प्रोसेस थोड़ा आसान हो सकता है क्योंकि अब बैंकों को बार-बार डेटा अपडेट करने की सुविधा मिलेगी। इससे कर्ज लेने वाले व्यक्ति के ताजा व्यवहार का तुरंत पता चल सकेगा और लोन प्रोसेसिंग समय भी घटेगा। अगर आपने हाल ही में समय पर ईएमआई भरी है या पुराना लोन क्लियर किया है तो उसकी जानकारी तेजी से CIBIL तक पहुंचेगी और आपका स्कोर भी सुधरेगा। इससे उन लोगों को मदद मिलेगी जो पहले सिर्फ अपडेट में देरी की वजह से अच्छा स्कोर होने के बावजूद लोन पाने से चूक जाते थे।
किन्हें होगा फायदा
इस नए नियम का फायदा उन लोगों को सबसे ज्यादा होगा जो समय पर ईएमआई भरते हैं लेकिन उनका स्कोर समय पर अपडेट नहीं हो पाता। खासकर युवा, नौकरीपेशा, छोटे व्यवसायी और मिडिल क्लास लोग जो समय पर लोन चुकाते हैं लेकिन फिर भी बार-बार लोन रिजेक्ट होने की समस्या झेलते हैं। अब उनके स्कोर में तेजी से सुधार होगा और उन्हें बैंक से बड़ी राशि का लोन पाने का मौका मिल सकता है। हालांकि लोन मिलना पूरी तरह बैंक की जांच प्रक्रिया पर निर्भर करेगा इसलिए केवल स्कोर अच्छा होना काफी नहीं है।
ध्यान देने योग्य बातें
यह जरूरी है कि लोन लेने से पहले आप अपने CIBIL स्कोर को समझें और उस पर नजर रखें। RBI के नए नियम के बाद स्कोर जल्दी अपडेट होगा लेकिन अगर आपने भुगतान में गड़बड़ी की तो उसका भी असर जल्दी दिखेगा। इसलिए बेहतर होगा कि आप समय पर भुगतान करें, बिना जरूरत के लोन न लें और अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का पूरा उपयोग न करें। ऐसा करने से आपका स्कोर लगातार अच्छा बना रहेगा और बैंक आप पर भरोसा दिखाएंगे। RBI का यह कदम तब ही आपके लिए फायदेमंद साबित होगा जब आप खुद भी जिम्मेदार व्यवहार करेंगे।
अस्वीकृति
यह लेख आरबीआई द्वारा लागू किए गए हालिया नियमों और उपलब्ध रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें बताए गए तथ्य आम जानकारी के लिए हैं और इनका उद्देश्य किसी भी प्रकार का वित्तीय परामर्श या गारंटी देना नहीं है। खराब CIBIL स्कोर पर 10 लाख रुपये तक का लोन मिलना पूरी तरह बैंक की नीति और ग्राहक की वित्तीय स्थिति पर निर्भर करता है। कृपया लोन लेने से पहले संबंधित बैंक या वित्तीय संस्था से पूरी जानकारी अवश्य प्राप्त करें। लेख में दी गई जानकारी समय के साथ बदल सकती है इसलिए अंतिम निर्णय स्वयं की समझदारी से लें।