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सभी बैंक खाता धारकों के लिए बहुत जरुरी खबर, RBI ने लागू किए नए कठोर नियम! RBI New Rules

RBI New Rules

RBI New Rules: अगर आपका भी बैंक में सेविंग या करंट खाता है, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बार फिर से बैंकिंग सिस्टम को लेकर कड़े कदम उठाए हैं। इन नए नियमों का सीधा असर सभी खाता धारकों पर पड़ेगा। अब तक जो सुविधा आपको आसानी से मिल जाती थी, वह नियमों के सख्त होने के बाद सीमित हो सकती है। RBI का कहना है कि ये बदलाव बैंकिंग में पारदर्शिता लाने और ग्राहकों की सुरक्षा के लिए जरूरी हैं।

निष्क्रिय खातों पर चला ताला

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RBI के नए दिशा-निर्देशों के मुताबिक अब 10 साल या उससे अधिक समय से निष्क्रिय खातों को बंद करने की प्रक्रिया तेज की जाएगी। अगर आपने अपने खाते में 10 वर्षों तक कोई लेन-देन नहीं किया है, तो अब वह खाता “इनऑपरेटिव” या निष्क्रिय की श्रेणी में चला जाएगा। ऐसे खातों में रखी गई राशि को ग्राहक सेवा निधि (Depositor Education and Awareness Fund) में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

फर्जी लेन-देन पर सख्त कार्रवाई

RBI ने साफ किया है कि अगर किसी खाते से अनधिकृत या फर्जी लेन-देन की शिकायत मिलती है, तो बैंक को 7 कार्यदिवस के अंदर उसका समाधान करना होगा। अगर ग्राहक की गलती नहीं है, तो पूरी राशि लौटाना अनिवार्य होगा। साथ ही बैंक को यह साबित करना होगा कि उन्होंने सभी सुरक्षा उपाय अपनाए थे। अब कोई भी बैंक ग्राहक की शिकायत को नजरअंदाज नहीं कर सकेगा।

KYC नियमों में बदलाव

KYC यानी Know Your Customer नियमों में भी RBI ने कुछ बदलाव किए हैं। अब हर खाते की नियमित अंतराल पर जांच की जाएगी। जिन ग्राहकों की KYC जानकारी पुरानी या अधूरी है, उन्हें नोटिस देकर अपडेट के लिए कहा जाएगा। ऐसा न करने पर खाते को फ्रीज किया जा सकता है। खासकर उन ग्राहकों को जल्द KYC अपडेट कर लेना चाहिए जिनका खाता कई साल पहले खोला गया था।

ऑनलाइन ट्रांजैक्शन लिमिट पर नजर

डिजिटल पेमेंट और इंटरनेट बैंकिंग में बढ़ते फ्रॉड को देखते हुए RBI ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे ग्राहकों की ऑनलाइन ट्रांजैक्शन लिमिट को नियमित रूप से अपडेट करें। बैंक अब ग्राहक के व्यवहार, आय और पिछले ट्रांजैक्शन के आधार पर लिमिट तय करेंगे। यदि कोई असामान्य गतिविधि पाई जाती है तो ट्रांजैक्शन को ब्लॉक भी किया जा सकता है।

लॉकर से जुड़ा बड़ा अपडेट

RBI ने बैंक लॉकर से जुड़े नियमों में भी बदलाव किया है। अब सभी लॉकर ग्राहकों को हर साल रेंट एग्रीमेंट पर साइन करना होगा। साथ ही लॉकर में रखी वस्तुओं का बीमा करवाना अनिवार्य कर दिया गया है। यदि बैंक की लापरवाही से लॉकर में नुकसान होता है, तो ग्राहक को मुआवजा मिलेगा। साथ ही लॉकर के उपयोग की निगरानी भी की जाएगी।

अब ग्राहकों को मिलेगा पूरा रिकॉर्ड

ग्राहकों को अब हर तिमाही में अपने खाते का पूरा रिकॉर्ड मिलना अनिवार्य किया गया है। इसमें खाता स्टेटमेंट, चार्जेस, ब्याज की जानकारी और लेन-देन का पूरा ब्यौरा शामिल होगा। बैंक को यह जानकारी SMS या ईमेल के जरिए साझा करनी होगी। ग्राहकों को यह जानने का पूरा हक है कि उनके पैसों पर बैंक क्या गतिविधि कर रहा है।

अकाउंट बंद करने पर नहीं लगेगा चार्ज

RBI ने ग्राहकों को राहत देते हुए यह भी आदेश दिया है कि अगर कोई ग्राहक अपना अकाउंट बंद करना चाहता है, तो बैंक उस पर कोई भी अतिरिक्त चार्ज नहीं लगा सकता। पहले कुछ बैंकों में खाता बंद करने पर पेनल्टी लगाई जाती थी। अब ऐसा करना पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। ग्राहक बिना डर के कभी भी अपना खाता बंद कर सकता है।

बैंकिंग फ्रॉड को लेकर जीरो टॉलरेंस

अब RBI ने बैंकों के लिए एक नई गाइडलाइन लागू की है जिसके तहत ग्राहक सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। यदि किसी ग्राहक को धोखाधड़ी का शिकार होना पड़ता है और उसने समय पर रिपोर्ट कर दी है, तो बैंक पर यह जिम्मेदारी होगी कि वह राशि लौटाए। साथ ही सभी बैंकों को AI आधारित फ्रॉड डिटेक्शन सिस्टम लागू करना अनिवार्य कर दिया गया है।

अस्वीकृति

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी समय के साथ बदल सकती है। कृपया किसी भी बैंकिंग निर्णय से पहले अपनी बैंक शाखा या अधिकृत वेबसाइट से पुष्टि अवश्य करें। यह लेख किसी वित्तीय, कानूनी या निवेश सलाह का विकल्प नहीं है। लेखक या प्लेटफॉर्म किसी भी हानि या विवाद के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।

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