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बेटियों के लिए खुशखबरी! सुकन्या योजना में मिलेंगे ₹71 लाख, जानिए पूरी योजना Sukanya Samriddhi Yojana 2025

Published On: July 17, 2025

Sukanya Samriddhi Yojana 2025: सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार की एक बचत योजना है जिसे बेटियों के उज्ज्वल भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। यह योजना खासतौर पर उन अभिभावकों के लिए बनाई गई है जो अपनी बेटी की शिक्षा, विवाह और अन्य आवश्यकताओं के लिए एक निश्चित फंड बनाना चाहते हैं। योजना के तहत निवेश पर ब्याज दर काफी आकर्षक होती है, जो PPF और FD जैसी अन्य योजनाओं से अधिक होती है। सुकन्या योजना बेटियों की आर्थिक सुरक्षा को सशक्त बनाने के लिए सबसे विश्वसनीय विकल्पों में से एक बन गई है। इस योजना से बेटी के 21 वर्ष की उम्र में एक बड़ा फंड तैयार किया जा सकता है।

₹71 लाख कैसे मिलेंगे

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सुकन्या योजना के तहत ₹71 लाख तक की राशि प्राप्त करने के लिए समय पर और अधिकतम निवेश करना जरूरी है। अगर कोई अभिभावक बेटी के 10 साल की उम्र से पहले हर साल ₹1.5 लाख योजना में जमा करता है, तो 15 वर्षों तक निवेश और उसके बाद ब्याज सहित यह राशि करीब ₹71 लाख तक पहुंच सकती है। इसमें वर्तमान ब्याज दर 8% मानकर गणना की जाती है, जो समय-समय पर सरकार द्वारा तय की जाती है। यह आंकड़ा टैक्स फ्री होता है, जिससे पूरी राशि बेटी की उच्च शिक्षा या विवाह में उपयोग की जा सकती है।

कौन ले सकता है लाभ

सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ केवल उन्हीं परिवारों को मिलता है जिनकी बेटी की उम्र 10 साल या उससे कम है। एक बेटी के नाम पर एक ही खाता खोला जा सकता है, और अधिकतम दो बेटियों के लिए दो खाते खोले जा सकते हैं। अगर जुड़वां बेटियां हैं तो तीसरे खाते की अनुमति भी विशेष स्थिति में दी जाती है। माता-पिता या कानूनी अभिभावक ही खाते को संचालित कर सकते हैं। योजना का उद्देश्य गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को बेटी के लिए वित्तीय सुरक्षा देना है, ताकि भविष्य में उन्हें किसी भी तरह की आर्थिक दिक्कत का सामना न करना पड़े।

कितनी राशि जमा कर सकते हैं

इस योजना में हर साल न्यूनतम ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख तक जमा किया जा सकता है। जमा की गई राशि पर ब्याज हर साल जोड़ दिया जाता है और मैच्योरिटी पर पूरा फंड टैक्स फ्री मिलता है। निवेश की अवधि खाता खोलने की तारीख से 15 साल तक होती है, लेकिन मैच्योरिटी की अवधि 21 साल है। अगर कोई निवेशक लगातार 15 साल ₹1.5 लाख जमा करता है, तो ब्याज सहित यह राशि करोड़ों के आंकड़े को छू सकती है। यह राशि बेटी के 18 साल की होने पर आंशिक रूप से निकाली जा सकती है और 21 साल पर पूरा फंड प्राप्त होता है।

ब्याज दर और लाभ

सुकन्या योजना की ब्याज दर हर तिमाही सरकार द्वारा घोषित की जाती है और आमतौर पर यह अन्य बचत योजनाओं की तुलना में अधिक होती है। अभी की दर 8% के आसपास है, जो कंपाउंडिंग के साथ एक बड़ी राशि में तब्दील हो जाती है। इस ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगता और मैच्योरिटी पर मिलने वाली पूरी राशि टैक्स फ्री होती है। यही वजह है कि यह योजना लंबे समय में सुरक्षित और लाभकारी निवेश विकल्प के रूप में देखी जाती है। ब्याज की यह ताकत ₹71 लाख तक की राशि बनाने में मदद करती है अगर निवेश समय पर और अनुशासन से किया जाए।

खाता खोलने की प्रक्रिया

सुकन्या योजना का खाता किसी भी डाकघर या अधिकृत बैंक शाखा में खोला जा सकता है। इसके लिए बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, अभिभावक का पहचान पत्र और पता प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेजों की जरूरत होती है। खाता खोलते समय प्रारंभिक राशि ₹250 जमा करनी होती है। एक बार खाता खुल जाने के बाद उसमें हर साल नियमित रूप से राशि जमा करनी होती है। खाता एक बार खोलने के बाद पूरे भारत में ट्रांसफर किया जा सकता है और इसकी जानकारी ऑनलाइन भी प्राप्त की जा सकती है। इससे योजना में पारदर्शिता और सुविधा दोनों बनी रहती है।

आंशिक निकासी की सुविधा

हालांकि योजना की पूर्ण मैच्योरिटी अवधि 21 साल होती है, लेकिन बेटी के 18 साल की उम्र के बाद उसकी उच्च शिक्षा के लिए आंशिक निकासी की अनुमति दी जाती है। अधिकतम 50% राशि निकाली जा सकती है, बशर्ते बेटी ने 10वीं कक्षा पास कर ली हो और उसे आगे पढ़ाई के लिए फंड की जरूरत हो। निकासी के लिए उचित दस्तावेज और शिक्षा संस्थान का प्रमाणपत्र देना आवश्यक होता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि योजना की राशि वास्तव में उसी उद्देश्य के लिए उपयोग हो जिसके लिए यह बनाई गई है। यह सुविधा अभिभावकों को राहत देती है।

टैक्स में मिलती है राहत

सुकन्या योजना में निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। अधिकतम ₹1.5 लाख तक की राशि हर साल टैक्स फ्री घोषित की जाती है। इसके अलावा, ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली पूरी राशि भी टैक्स फ्री होती है, जिससे यह योजना एक “EEE” कैटेगरी की योजना बन जाती है – यानि निवेश, ब्याज और निकासी तीनों टैक्स फ्री। इससे अभिभावक को डबल फायदा होता है – एक तरफ बेटी के भविष्य के लिए फंड बनता है और दूसरी ओर सालाना टैक्स बचत भी होती है। यह योजना टैक्स प्लानिंग का भी एक स्मार्ट विकल्प है।

अस्वीकृति

यह ब्लॉग पोस्ट केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर, पात्रता और नियम समय-समय पर सरकार द्वारा बदले जा सकते हैं। यहां दी गई जानकारी योजनाओं के प्रचारित नियमों के आधार पर तैयार की गई है, लेकिन निवेश से पहले पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे डाकघर, बैंक या आधिकारिक सरकारी वेबसाइट से अद्यतन जानकारी प्राप्त करें। इस लेख में दी गई गणनाएं उदाहरण मात्र हैं और वास्तविक ब्याज दर या निवेश अवधि के अनुसार अंतिम राशि में अंतर आ सकता है। किसी भी प्रकार का निवेश निर्णय सोच-समझकर और आधिकारिक स्रोतों की पुष्टि के बाद लें।

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