Sukanya Samriddhi Yojana New Rules: अब सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खोलना पहले से ज्यादा आसान हो गया है। पहले केवल पोस्ट ऑफिस और कुछ चुनिंदा बैंकों में यह खाता खोला जा सकता था, लेकिन अब सरकार ने इस सुविधा को देशभर के सभी मान्यता प्राप्त बैंकों तक विस्तार दे दिया है। इसके अलावा ऑनलाइन खाता खोलने की प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू होने जा रही है। इससे ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले माता-पिता को खाता खोलने में आसानी होगी। पहचान पत्र के साथ अब बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र और माता-पिता का आधार कार्ड ही पर्याप्त होगा। यह कदम योजना को अधिक सुलभ और सरल बनाने की दिशा में सराहनीय है।
सालाना निवेश की सीमा
नए नियमों के तहत अब सुकन्या समृद्धि योजना में न्यूनतम सालाना निवेश ₹250 से बढ़ाकर ₹500 कर दिया गया है, जबकि अधिकतम सीमा पहले की तरह ₹1.5 लाख ही बनी रहेगी। यह बदलाव योजना की स्थायित्व और लाभप्रदता को बनाए रखने के लिए किया गया है। इससे माता-पिता को अपने निवेश की प्लानिंग करने में आसानी होगी और छोटी राशि से शुरू करके भविष्य में एक बड़ा फंड तैयार किया जा सकेगा। यह संशोधन वित्तीय अनुशासन को बढ़ावा देता है और निवेशकों को अपने बच्चे की शिक्षा और शादी के लिए बेहतर योजना बनाने का अवसर देता है।
ब्याज दरों में स्थिरता
सरकार ने अब सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दरों को हर तिमाही संशोधित करने के बजाय हर छह महीने में तय करने का निर्णय लिया है। इससे निवेशकों को ब्याज दर में अचानक गिरावट का खतरा नहीं रहेगा और वे अपनी योजना को ज्यादा आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ा सकेंगे। फिलहाल इस योजना पर 8.2% की ब्याज दर मिल रही है, जो अन्य सेविंग स्कीम्स के मुकाबले कहीं अधिक है। ब्याज की स्थिरता लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगी। इससे पारदर्शिता भी बढ़ेगी और योजना में जनता का भरोसा और मजबूत होगा।
आंशिक निकासी की सुविधा
पहले योजना में केवल 18 साल की उम्र के बाद ही आंशिक निकासी की सुविधा थी, लेकिन अब सरकार ने इसे थोड़ा लचीला बना दिया है। बच्ची के 16 साल की उम्र पार करते ही यदि शिक्षा या स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकता हो तो अभिभावक योजना से 50% तक राशि निकाल सकते हैं। इसके लिए जरूरी दस्तावेज जैसे कि स्कूल कॉलेज का प्रमाण पत्र या मेडिकल रिपोर्ट दिखानी होगी। यह कदम खासकर उन परिवारों के लिए राहत लेकर आया है जिन्हें बच्ची की शिक्षा में शुरुआती खर्च के लिए फंड की जरूरत होती है। इससे योजना अधिक व्यावहारिक बन गई है।
खाता ट्रांसफर में सहूलियत
सरकार ने अब खाता ट्रांसफर की प्रक्रिया को भी डिजिटल बना दिया है। पहले खाता एक शहर से दूसरे शहर में स्थानांतरित करने में काफी दिक्कत होती थी और कागजी कार्यवाही ज्यादा होती थी। अब ऑनलाइन माध्यम से खाता ट्रांसफर संभव है और इसके लिए केवल आवेदन और नई शाखा की जानकारी देना होगा। इससे नौकरी पेशा अभिभावकों या ट्रांसफरेबल जॉब वाले लोगों को काफी राहत मिलेगी। डिजिटल सुविधा से पारदर्शिता भी बढ़ेगी और समय की बचत भी होगी। यह कदम योजना को अधिक सुविधाजनक और आधुनिक बनाने की दिशा में अहम साबित हो रहा है।
लड़की की सुरक्षा पर जोर
नए नियमों में योजना के अंतर्गत बच्चियों की सुरक्षा को लेकर एक अहम प्रावधान जोड़ा गया है। अब खाता खोलते समय एक “गर्ल सेफ्टी डिक्लेरेशन फॉर्म” भरना अनिवार्य किया गया है जिसमें अभिभावक को यह बताना होगा कि बच्ची की शिक्षा और सुरक्षा को लेकर क्या उपाय किए गए हैं। यह एक सामाजिक पहल के रूप में देखा जा रहा है जिसका उद्देश्य सिर्फ आर्थिक मदद नहीं बल्कि बच्चियों की समग्र देखभाल को बढ़ावा देना है। यह कदम बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के साथ योजना को और मजबूती देता है।
टैक्स छूट के फायदे
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के अंतर्गत ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिलती है। नए नियमों में इस टैक्स छूट को पहले की तरह बरकरार रखा गया है, जिससे मिडिल क्लास परिवारों को राहत मिलेगी। इसके अलावा योजना से मिलने वाला ब्याज और मेच्योरिटी पर प्राप्त राशि भी पूरी तरह टैक्स फ्री होती है। यह इसे एक त्रि-स्तरीय टैक्स छूट वाली योजना बनाता है, जो कि बहुत ही कम निवेश योजनाओं में देखने को मिलता है। इससे यह योजना वित्तीय दृष्टि से अधिक आकर्षक बन गई है।
मेच्योरिटी पर बदलाव
अब योजना की मेच्योरिटी अवधि में थोड़ा बदलाव किया गया है। पहले खाता खोलने के 21 साल बाद या लड़की की शादी होने पर खाता बंद हो जाता था। नए नियमों के तहत यदि लड़की की शादी 18 साल के बाद होती है और अभिभावक चाहें तो खाता अगले 3 साल तक चालू रखा जा सकता है ताकि और अधिक ब्याज प्राप्त किया जा सके। इससे बचत और बढ़ेगी और बच्ची की शादी के बाद की जरूरतें भी इससे पूरी हो सकेंगी। यह लचीलापन योजना को और उपयोगी बना देता है।
अस्वीकृति
यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है और इसमें शामिल सभी बिंदु सरकार द्वारा समय-समय पर जारी की गई अधिसूचनाओं और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित हैं। योजना से जुड़े नियमों में बदलाव संभव है, इसलिए किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी पोस्ट ऑफिस या बैंक से अद्यतन जानकारी प्राप्त करें। हम इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी पर आधारित आपके निर्णयों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। कृपया योजना में निवेश से पहले स्वयं उचित जांच-पड़ताल अवश्य करें और विशेषज्ञ की सलाह लें।